जैसलमेर: भारत-पाक सीमा पर 'ऑपरेशन अलर्ट', बीएसएफ के जवान आधुनिक हथियारों के साथ सीमा पर डटे हैं.

राजस्थान समाचार: रक्षा सीमा सुरक्षा बल की पहली पंक्ति आजीवन कर्तव्य के आदर्श वाक्य को पूरा करते हुए भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर हर समय सतर्क दृष्टि से तैनात रहती है। लेकिन बीएसएफ रविवार से ही सीमा पर हाई अलर्ट पर है.


 11 से 17 अगस्त तक ऑपरेशन अलर्ट के तहत बीएसएफ के जवान समेत तमाम अधिकारी अत्याधुनिक हथियारों के साथ सीमा पर डटे हुए हैं. इसे स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर जारी किया गया है.

 स्वतंत्रता दिवस और बांग्लादेश के हालात के बीच घुसपैठ और तस्करी की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल सीमा पर हाई अलर्ट पर है.

ऊँट गश्त और पैदल गश्त बढ़ा दी गई।

यह अलर्ट आज से शुरू होकर 17 अगस्त तक जारी रहेगा. स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर और खराब मौसम तथा भीषण तूफान के दौरान संभावित घुसपैठ को रोकने के लिए अभियान के दौरान सतर्कता बढ़ा दी गयी और गश्त बढ़ा दी गयी तथा सुरक्षा चौकियां बढ़ा दी गयीं. ऊंट गश्त और पैदल गश्त बढ़ा दी गई है. संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है. इस अभ्यास में बीएसएफ की सभी शाखाओं के अधिकारी और जवान हिस्सा ले रहे हैं. 

गर्मियों में, जब तापमान सामान्य से ऊपर होता है या तेज़ धूल भरी आँधी के कारण, कुछ फीट से आगे देखना मुश्किल होता है। ऐसी प्रतिकूल एवं विषम भौगोलिक परिस्थितियों में सीमा पार से घुसपैठ की आशंका बनी रहती है, जिसे रोकने के लिए ऑपरेशन अलर्ट जारी है, ताकि घुसपैठ एवं अवांछनीय गतिविधियों को रोका जा सके।



जवानों के साथ अधिकारियों की तैनाती.
इन दिनों सीमा पर सुरक्षा बाड़ मजबूत कर दी गई है ताकि सीमा पार कोई अप्रिय घटना न हो. सभी अधिकारी और जवान अपने आधुनिक हथियारों के साथ 24 घंटे सीमा पर सुरक्षा के लिए तैनात हैं. 

बीएसएफ के डीआइजी योगेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीमा सुरक्षा बल तारबंदी को लेकर अपनी चौकसी बढ़ा देता है. वैसे तो बीएसएफ पूरे साल सीमा पर सतर्क रहती है, लेकिन इन दिनों वह और अधिक सतर्क हो जाती है।

 इस बीच सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ तमाम अधिकारी भी बॉर्डर पर मौजूद हैं. हर कोई अलर्ट पर है. संवेदनशील इलाकों में अलग से जवानों की तैनाती की गई है.

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